- हर घर में कम से कम एक गौमाता की सेवा अवश्य होनी चाहिए ।
- आजकल के लोग वो भी नहीं कर सकते तो हर घर में गौ सेवा के लिए दान पात्र लगाएं और रोज कुछ ना कुछ धन उसमें अवश्य डालें… एवं महीने के अंत में किसी भी गौ सेवा संस्थान को ये दान दिया करें ताकि आर्थिक हालातों से जुझ रही गौशालाओं को आपके माध्यम से कुछ मदद मिल सके।
- रोज नारे लगाते हैं हम, गौ माता की रक्षा हो.. अधर्म का नाश हो लेकिन गौ सेवा के नाम पर सब पीछे हट जाते हैं। भगवान ने हमें सब कुछ दिया है फिर भी हम एक गाय नहीं पाल सकते …… क्यों ?
- कोशिश कीजिए के पैकेट का दूध घर में नहीं लें और दूधवाले से गौ माता का ही दूध खरीदे। घर घर गौमाता का देसी घी, दही, मक्खन आना चाहिए, पैकेट का नहीं… ऐसा करने से गौवंश बढेगा, गोपालकों को आर्थिक मदद मिलेगी।
- महाभारत के अनुशासन पर्व में कहा गया हें कि गाय जहां बैठ कर निर्भयतापूर्वक सांस लेती है, उस स्थान के समस्त पापों को खीचं लेती है। इस प्रकार गौ के साथ-साथ उस भूमि पर रहने वाले समस्त जीव पाप रहित हो कर मृत्यु उपरान्त स्वर्गगामी होते है।
- जिस घर गाय का पालन किया जाता है, उस स्थान पर घर के समस्त वास्तुदोष स्वतः ही दूर हो जाते हैं।
- जिस घर में बछड़े सहित गाय रहती है, वहां सर्वार्थ कल्याण होता है, तथा उस स्थान के समस्त वास्तु दोष दब जाते हैं।
- जिस घर में खुद खाने से पहले गोमाता को गुड़ और घी लगाकर श्रृद्धा पूर्वक रोटी जीमाई जाती है उस परिवार में हमेशा सुख समृद्धि रहती है।
- जिस घर में गौमूत्र का यदा-कदा छिडकाव किया जाता हो, वह घर लक्ष्मी से युक्त होता है।
- घर के किसी भी भाग में हमेशा गोबरलेपन करने से लक्ष्मी उस घर में सतत बनी रहती है.।
- गाय को स्नान कराने वाले को कोटि-कोटि पुण्य प्राप्त होता है।
- आजकल लोग गौ माता को कुछ भी बचाकुचा खाना देते है, याद रखे कि आपके घर के सामने गौ माता जो भी खाती है वो आपके पूर्वजो को मिलता हैं।
- गाय के दुध में स्वर्ण तत्व पाये जाते है .यह तत्व माँ के दुध के अतिरिक्त दुनियाँ में किसी भी पदार्थ में नही है।
- गाय के गोबर से प्रतिवर्ष 4500 लीटर बायोगैस मिल सकती है।
- गाय,द्वारा छोड़ी गयी श्वास से सभी अदृश्य एवं हानिकारक, बैक्टेरिया मर जाते है। यह अंदर ऑक्सीजन लेती है लेकिन बाहर कार्बनडाइआक्साइड तथा आक्सीजन छोडती है जिसमें आक्सीजन की मात्रा ज्यादा होती है।
- गाय के सिंग चंद्रमा से आने वाली ऊर्जा को अवशोषित कर शरीर को देते है। प्रतिदिन गाय के सिंग पर हाथ फेरने से गुस्सा नहीं आता है।